राष्ट्रीय विशेषज्ञों की उपस्थिति में 21 नवंबर से दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी :
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19 नवम्बर 2022

कथक के राष्ट्रीय विशेषज्ञों की उपस्थिति में 21 नवंबर से दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में आजादी के बाद समाज में कथक नृत्य की स्थिति पर गहन विचार-विमर्श किया जाना है। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ द्वारा आयोजित संगोष्ठी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ की पूर्व कुलपति डॉ. पूर्णिमा पांडे लखनऊ होंगी। अध्यक्षता इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ की कुलपति डॉ. मोक्षदा ममता चंद्राकर करेंगी। संगोष्ठी सभा में कथक विशेषज्ञ महिलाओं, पुरुषों, संस्थागत की दृष्टि, गुरुकुल परंपरा, संचार के माध्यम, साहित्य की दृष्टि से कथक की स्थिति पर अध्ययन करेंगे।

विवि से मिली जानकारी के मुताबिक जिन विद्यार्थियों को शोध आलेख भेजना हैं वे इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की ओर से अधिकृत किए गए अकाउंट नंबर (आई डी) dance@IKsv.ac.in पर 1000 रुपए का रजिस्ट्रेशन फीस 20 नवंबर तक भेज सकते हैं। कुलपति डॉ. चंद्राकर कुलपति के संरक्षण में कुलसचिव प्रोफेसर आईडी तिवारी, कार्यक्रम की संयोजिका प्रोफेसर डॉ. नीता गहरवार अधिष्ठाता, नृत्य संकाय इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ द्वारा 21 एवं 22 नवंबर को 2 दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में आजादी के बाद समाज में कथक नृत्य की स्थिति पर विचार विमर्श किया जाएगा। कार्यक्रम इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के तकनीकी सत्र दरबार हॉल कैंपस-1, प्रायोगिक सत्र प्रेक्षागृह कैंपस-2 में आयोजित है। वहीं तकनीकी तृतीय सत्र 22 नवंबर को सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक होगा। सत्र की अध्यक्षता खैरागढ़ से प्रोफेसर डॉ ज्योति बख्शी करेंगी। विशेषज्ञ दिल्ली से डॉ. कविता ठाकुर, डॉक्टर समीक्षा शर्मा तथा आमंत्रित शोधार्थी एवं अन्य शामिल हैं। प्रायोगिक चतुर्थ सत्र शाम छह बजे से प्रारंभ होगा। सत्र के विशेषज्ञ के रूप में दिल्ली से डॉ. कविता ठाकुर व डॉ. समीक्षा शर्मा कुलपति डॉ. चंद्राकर संबोधित करेंगे। आभार प्रदर्शन नृत्य संकाय की अधिष्ठाता प्रो. डॉ. नीता गहरवार द्वारा किया जाएगा।

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