राजनांदगांव। पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय राजनांदगांव में तनाव प्रबंधन विषय पर दो दिन की कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय राजनांदगांव गजेन्द्र सिंह अध्यक्ष के रूप में उपस्थित थे। मुख्य अतिथि लाईफ कोच रोहित तेलंग सर ने वक्ता के रूप में पुलिस अधिकारियों को संबोधित किया। रिफ्रेशर कोर्स को आरक्षक से सहायक उपनिरीक्षक के लिये आयोजित किया गया। पुलिसकर्मियों को अपडेटेड रहने के लिये सरकार द्वारा संचालित किया गया था। पूरे सप्ताह के इस प्रशिक्षण के दो दिन तक लाईफ कोच रोहित तेलंग सर ने प्रशिक्षण के विषय अनुरूप व्याख्यान दिये। पुलिस कर्मियों को स्ट्रेस कैसे जीवन पर गलत असर बनाता है उससे होने वाली शारीरिक मानसिक नुकसानों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी और उससे संबंधित तकनीकों से अवगत कराया।
व्याख्याता ने कहा कि, तनाव मुक्ति जीवन के लिये न्यूरो लिंगविस्टिक प्रोग्रामिंग तकनीक जरूरी है अगर अपने जीवन में आप इस तकनीक का अभ्यास करते हो तो तनाव मुक्त जीवन को आसानी से प्राप्त कर सकते हो साथ ही व्याख्याता ने मस्तिष्क कैसे दैनिक क्रियाओं को ज्ञानेन्द्रियों द्वारा ग्रहण करता है और उससे बार-बार आने वाले गुस्सा, तनाव इसको हम कैसे रोक सकते है दिन प्रतिदिन बैठनी वाली अपेक्षा और उन अपेक्षाओं को पूरा न होते देख आने वाला तनाव सामाजिक जीवन में होने वाली तुलना और उससे आने वाला तनाव ये सब मस्तिष्क और मन पर जो बुरे असर बनाता है उससे होने वाली बिमारियां जैसे कि उच्च रक्त चाप, भुलने की बीमारी, एनज़ाइटी, डिप्रेशन इन सभी विषयों पर चर्चा की गई। न्यूरो लिंगविस्टिक प्रोग्रामिंग एक अद्भूत तकनीक है और इस आधुनिक दौर में बढ़ते हुए तनाव को दूर रखने के लिये सभी व्यक्ति विशेष को इसकी जरूरत है।
कार्यशाला के आखिरी दिन मुख्य व्याख्याता रोहित तेलंग को पुलिस अधीक्षक गजेन्द्र सिंह सर द्वारा सम्मानित किया गया। इस दौरान कार्यशाला के मुख्य आयोजक सी.डी.आई. ब्रीजेश भदौरिया तथा सविता इक्का और सभी पुलिस कर्मी उपस्थित थे। साथ ही टीम मेटा माइंड इंडिया की ओर से गोविंद यन्नावर और भीषम पासवान आदि उपस्थित रहें।
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