भिलाईनगर : केंद्र सरकार की ओर से जीएसटी दरों में की गई कटौती आज से लागू हो गई है। जरूरत के सामानों पर आज 22 सितंबर से अब केवल दो स्लैब में- 5% और 18% जीएसटी लगेगा।
भारतीय जनता युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष अमित मिश्रा ने कहा कि ने इन सुधारों को दिवाली से पहले देश के लिए एक बड़ा तोहफा बताया।
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने नवरात्रि, दिवाली और छठ पूजा से पहले देश को एक बड़ा दिवाली उपहार दिया है। हम इसे 'बचत उत्सव' के रूप में मना रहे हैं। जीएसटी 2.0 अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों से 'रोटी-कपड़ा-मकान' की कीमतें कम होंगी।"
अमित मिश्रा ने कहा कि ये सुधार किसानों, युवाओं, महिलाओं और हर वर्ग के लोगों के लिए फायदेमंद हैं, क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक सामान से लेकर स्वास्थ्य उत्पादों, शिक्षा से संबंधित सामानों और वाहनों तक सब कुछ सस्ता हो जाएगा। उन्होंने कहा, "यह न केवल कर दरों को कम करेगा, बल्कि सरलीकरण भी लाएगा, क्योंकि अब केवल दो स्लैब होंगे। कुल मिलाकर, यह एक 'गुड एंड सिंपल टैक्स' है, जो 'ग्रेट सेविंग्स और टैक्स कम' का फॉर्मूला है।
एक आर्थिक सिद्धांत है - जितना कम टैक्स, उतना अधिक राजस्व। इस सिद्धांत को दुनिया भर में स्वीकार किया गया है।"
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के लोगों को कम जानकारी है, इसलिए वह इस गणित को समझने में असमर्थ हैं। चूंकि उन्हें बस पीएम मोदी की आलोचना करनी है, इसलिए वह ऐसा कर रहे है!
इन सुधारों को 'बचत उत्सव' बताते हुए कहा कि इससे सामानों की कीमतें 15-20% तक कम हो जाएंगी। उन्होंने कहा, "एक आम महिला के घर का बजट 15-20% तक सस्ता हो जाएगा। समाज के हर वर्ग को इसका लाभ मिलेगा।"
अमित मिश्रा ने कहा कि
इन सुधारों का श्रेय पीएम मोदी को जाता हैं, "पीएम मोदी ने ऐसे सुधार लाए हैं, जिससे दुकानदारों का सिरदर्द खत्म हो गया है और कई चीजें सस्ती हो जाएंगी, जिससे आम लोगों को बहुत फायदा होगा। महंगाई भी नियंत्रण में आएगी।" उन्होंने यह भी कहा कि लगभग 90% खाद्य और पेय पदार्थों पर शून्य टैक्स है। हमारे सहकारी संघवाद और संसदीय लोकतंत्र की एक बड़ी जीत बताया।
"प्रधानमंत्री मोदी के 'स्वदेशी क्रांति' के आह्वान और 'आत्मनिर्भरता' की उनकी राष्ट्रीय दृष्टि ने जीएसटी को एक नया आयाम दिया है। जब भारत के भविष्य और हमारे लोगों के कल्याण की बात आती है, तो प्रधानमंत्री मोदी कम से कम 50 साल आगे सोचते हैं।"
उन्होंने कहा कि ये सुधार हर वर्ग के लोगों को सशक्त बनाएंगे। उन्होंने कहा, "दैनिक आवश्यक वस्तुएं, खाद्य पदार्थ, वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य बीमा और MSME व्यापारी, जो युवाओं को रोजगार देते हैं, इन सभी को इन सुधारों से सकारात्मक रूप से प्रभावित किया गया है।
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