रायपुर 13 मई 2022
गुरुवार रात रायपुर के एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा हो गया। छत्तीसगढ़ सरकार का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ इसमें दो पायलट की मौत हो गई। ये हेलिकॉप्टर इटैलियन हेलिकॉप्टर मैन्युफैक्चरर कंपनी अगस्ता वैस्ट लैंड का बनाया हुआ था। ये हेलिकॉप्टर 109 पावर एलिट मॉडल का था।
इसे साल 2007 में छत्तीसगढ़ की सरकार ने सरकारी इस्तेमाल के लिए खरीदा था। डॉ रमन सिंह की सरकार में इस हेलिकॉप्टर की खरीदी हुई थी। इसके बाद इस चॉपर में कई दौरे मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी किए। इस हेलिकॉप्टर में दो टरबाइन इंजन थे। इस हेलिकॉप्टर में ऑटो पायलट, बेहतर लैंडिंग सिस्टम, नेविगेशन, मौसम रडार सिस्टम, जैसी सुविधाएं थीं।
हर परिस्थिति में उड़ान में सक्षम था चॉपर
अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी इस चॉपर को एक बेहतर हेलिकॉप्टर बताती रही है। कंपनी का दावा है कि शहरी क्षेत्रों में और कठिन पहुंच वाले क्षेत्रों में फ्लाइंग के लिए इसे तैयार किया गया है। ये हेलिकॉप्टर 310 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पर उड़ सकता है। 10,000 फीट की ऊंचाई पर फ्लाय करता सकता है। इसे मिलिट्री और रेस्क्यू के इस्तेमाल में भी उड़ाया जाता है।
हेलिकॉप्टर इतनी जोर से नीचे गिरा कि पिचका सा नजर आया।
ब्लैक बॉक्स खोलेगा राज
रायपुर में रात 9 बजकर 10 मिनट के आसपास से हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ। रायपुर एयरपोर्ट पर हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि इसमें उस वक्त के मैसेजेस टेप हैं जब हेलिकॉप्टर कैश हुआ। अब जांच टीम इसके जरिए हादसे के कारणों का पता लगाएगी। सूत्रों के मुताबिक इंजन में आई गड़बड़ी की वजह से ये हेलिकॉप्टर उड़ान के कुछ ही मिनट बाद नीचे आ गिरा। इस हादसे में छत्तीसगढ़ सरकार के पायलट कैप्टन जीके पांडा और नाइट फ्लाईंट ट्रेंनिंग के लिए दिल्ली से आए पायलट कैप्टन एपी श्रीवास्तव की मौत हो गई।
स्वेटर पहने हुए हैं कैप्टर जीके पांडा।
रिटायरमेंट के बाद छत्तीसगढ़ में ही रहना चाहते थे कैप्टन
इस हादसे में मारे गए छत्तीसगढ़ सरकार के पायलट जीके पांडा के मित्र रायपुर के उचित शर्मा ने बताया कि पांडा बेहद जिंदा दिल इंसान थे। अपने चॉपर में उन्होंने प्रदेश के बड़ी सियासी हस्तियों और अधिकारियों को सैर करवाई थी। उन्होंने कुछ दिन पहले मुझ से कहा था कि यार में छत्तीसगढ़ में ही रहना चाहता हूं, रिटायरमेंट के बाद यहीं बस जाऊंगा। कुछ समय बाद वो रिटायर होते मगर उनकी ये इच्छा अधूरी रह गई और इस हादसे ने उनको हमसे छीन लिया। उचित ने बताया कि पांडा मूलत: ओडिशा के रहने वाले थे। साल 2010 से वो प्रदेश में अपनी सेवाएं दे रहे थे।
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