भिलाई। जयंती स्टेडियम भिलाई में आयोजित श्री एकांतेश्वर शिव महापुराण कथा प्रसंग के चौथे दिन विश्व विख्यात पंडित प्रदीप मिश्रा ने अपने कथा प्रसंग में कहा कि देवा दी देव महादेव की दया, करुणा ,उदारता से शिव महापुराण कथा इस्पात नगर भिलाई में आयोजित हो रहा है। शिव महापुराण कथा बहुत कठिन है, उससे भी कठिन है मानव देह से भगवत भजन करना। इस मानव शरीर प्राप्त करने के बाद हमें किस तरह से भगवत भजन करें, मृत्यु लोक में संसार सागर में किसी को भी कोई साधारण नहीं है, सब में कुछ ना कुछ बल देकर जन्म देते हैं महादेव।
सात दिवसीय शिव महापुराण कथा आत्मा रूपी परमात्मा से मिला देता है ,शिव से जो लगा रहता है, शिवजी उसकी कीमत बढ़ा देता है।भारत की भूमि का पत्थर भी तर जाता है तो मनुष्य का भव सागर से तरना सहज है। भगवान का नाम लेकर मनुष्य भवसागर से तर जाता है।दिखावे के बिना भक्ति करें, शिव कथा माता पार्वती ने शिवजी की अविरल भक्ति को धारण किया। पंडित श्री मिश्रा जी ने कथा प्रसंग में आगे कहा कि 86400 सांस प्रतिदिन 24 घंटे में मनुष्य का खर्चा हो रहा है इन सांसो को भगवत भजन धारण करना चाहिए। भगवान ने हाथ पकड़ ली है ,अब नहीं रोना है। जो महादेव के मंदिर जाकर जल चढ़ाकर जल आचमन करता है उसे दुआ मिलता है, घर के बड़े बुजुर्गों, माता पिता ,भगवान शिव पर जल चढ़ाकर दुआ लेते है तो आगे बढ़ा देती है।
0 शिव के सिवा कहीं दिल ना लगाना वरना पड़ेगा तुझे आंसू बहाना
रुद्राक्ष सीहोर की धरती से नि:शुल्क मिलती है मई माह से सबको मिल जाए ऐसी प्रयास करेंगे। धन से रुद्राक्ष को मत तौलों ,सीहोर की पावन धरा पर कंकड़ शंकर की पूजा अर्चना कर 108 बार श्री शिवाय नमस्तुभयम का जाप करके अपने जीवन में भक्ति को अविरल धारण करें। विश्वास से की गई भक्ति से फल मिलता है, कोई दवा लेकर घर से निकलता है और कोई दुआ लेकर घर से निकलता है दवा लेकर निकलने वाले ज्यादा समय तक नहीं टिक पाते, लेकिन दुआ लेकर निकलने वाले व्यक्ति आगे बढ़ जाता है, उन्होंने आगे कहा कि सारे पर्वत पर चढ़ा सकते हैं लेकिन कैलाश पर्वत पर नहीं चढ सकते उसकी परिक्रमा कर सकते हैं तुम्हारी बीमारी तुम्हारे बच्चों को लग सकता तो भजन की बीमारी भी बच्चों को भी मिल सकती है। गर्भवती नारी को घर पर टीवी सीरियल नहीं देखना चाहिए। गर्भवती नारियों को गर्भावस्था के समय भगवान शिव जी की भक्ति खूब करना चाहिए। जिससे महादेव उसका और उसके बच्चों की रक्षा करते हैं। मरना सबको है कुछ अच्छा करके जाओ, राष्ट्र की रक्षा में देह त्याग देना वीरता की मौत है ,पंडित मिश्रा जी ने शहीदों को नमन किया और कुछ अच्छा करके मौत को गले लगाने वाले को नमन किया। शिव के सिवा कहीं दिल ना लगाना वरना पड़ेगा तुझे आंसू बहाना के सुंदर भजनों के साथ मीठी-मीठी तालियों के साथ भगवान के शिव की भक्तगण सामूहिक नृत्य करते हुए ताली बजाते हुए भजन किया।
0 अपने जीवन में अविरल भक्ति धारण करें
पंडित मिश्रा जी ने कथा प्रसंग में आगे कहा कि जो अधोगति में मर जाता है उसके उत्थान कैसे हो इसकी कथा सुनाई और शिवलिंग पर जल चढ़ाएं शिवलिंग की हम जब जल चढ़ाते हैं तो शिव जी हमारे घर की दशा को समझ जाते हैं उन्होंने कहा कि भक्ति खूब करें अपने जीवन में भक्ति को धारण करें और अविरल भक्ति करें। जिससे आपके सारे पाप ताप संकट को भगवान शिव शंकर हर लेते हैं इसलिए उसका नाम हर हर महादेव (महाकाल) भी है।
0 पार्वती ने भोलेनाथ शिव शंकर का श्रृंगार किया
पार्वती ने भगवान शिव शंकर भोलेनाथ का सिंगार किया इसलिए प्रत्येक मनुष्य को भगवान भोलेनाथ शिव शंकर पर जल चढ़ाने के पश्चात उस पर चढ़ी हुई पुष्प ,बेलपत्र, चंदन इत्यादि से हृदय से ,मन, हृदय से सच्चे दिल से आनंद से पूजा करते हुए भगवान का श्रंगार करना चाहिए।
 
                            
                    
                    
                    
                                        
                    
 
                                           
                    
                    






 
            
            
 
             
            
            
                             
                             
                             
                             
                             
                             
                             
                             
                             
                            
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