11 घंटे से ड्यूटी कर रहे ड्राइवर से और काम करने कहा, यूनियन ने मचाया हंगामा
त्वरित ख़बरें/परेशान लोको पायलट ने मालगाड़ी बीच में छोड़ी, सस्पेंड:

बिलासपुर में लोको पायलट ने मालगाड़ी को बीच रास्ते में ही खड़ा कर दिया और लाॅन्ग ओवर ड्यूटी करने से इनकार कर दिया। इसके चलते दो लोको पायलट को सस्पेंड कर दिया गया है। दरअसल, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में लोको पायलटों पर काम का दबाव बढ़ गया है। कोयला लदान के दबाव में उन्हें लाॅन्ग ओवर ड्यूटी कराया जा रहा है। इधर निलंबन के विरोध में कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने हंगामा मचाते हुए DRM से शिकायत कर दी। DRM ने दोनों पायलटों को बहाल करने का भरोसा दिलाया, तब जाकर मामला शांत हुआ। छत्तीसगढ़ में मालगाड़ियों के रैक में कमी के साथ लोको पायलटों का 30 फीसदी पद रिक्त हैं। रेलवे का ध्यान अभी सिर्फ कोयला सप्लाई पर है। यही वजह है कि रेलवे ने छत्तीसगढ़ से होकर चलने वाली 50 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया है, जिसका चौतरफा विरोध चल रहा है। इधर, कोयला लदान के चलते रेलवे के लोको पायलटों पर भी काम का दबाव बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि कर्मचारियों को 12 से 14 घंटे काम करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। मना करने पर उन्हें नोटिस जारी कर निलंबित करने की कार्रवाई की जा रही है।


ऐसे ही रविवार को लोको पायलट रामेश्वर सिंह और सहायक लोको पायलट ए सी प्रकाश एक मालगाड़ी को रायगढ़ से लेकर बिलासपुर जाने निकले थे। करीब साढे 11 घंटे ड्यूटी करने के बाद नैला पहुंचने पर उन्होंने ड्यूटी समाप्त होने की जानकारी दी। तब उन्हें उच्चाधिकारियों ने मालगाड़ी को बिलासपुर लाने का फरमान जारी कर दिया। उन्होंने मना कर दिया और जांजगीर स्टेशन में ही मालगाड़ी को खड़ा कर दिया। इसके चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया है।

टेंगनमाड़ा में भी लोको पायलट को किया सस्पेंड
बताया जा रहा है कि रविवार को लोको पायलट कमलेश्वर के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की गई है। दरअसल, कमलेश्वर सिंह का खोंगसरा ट्रांसफर किया गया है। रविवार को वे मालगाड़ी लेकर टेंगनामाड़ा पहुंचे। इसके बाद उन्हें फिर से मालगाड़ी लेकर शहडोल जाने का फरमान जारी कर दिया गया। उन्होंने अपनी ड्यूटी समाप्त होने की बात कही, तब उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।

यूनियन नेताओं ने मचाया हंगामा, DRM से की शिकायत
इधर, लगातार बढ़ रहे काम के दबाव के ईमानदारी से काम करने वाले लोको पायलटों को बेवजह सस्पेंड करने पर यूनियन के नेताओं ने हंगामा मचाया। जांजगीर स्टेशन के साथ ही रायगढ़ के लोको पायलटों ने अफसरों पर मनमानी करने का आरोप लगाया, बाद में उन्होंने DRM से शिकायत की। इस दौरान उन्हें समझाइश देकर शांत कराया गया और लोको पायलटों का निलंबन बहाल करने का भरोसा दिलाया गया, तब जाकर मामला शांत हुआ।

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