छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित छत्तीसगढ़ राज्योत्सव (रजत जयंती के विशेष समारोह) में, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA), दुर्ग (छ०ग०) ने नागरिकों में उनके विधिक अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एक महत्वपूर्ण और उत्कृष्ट पहल की।राज्योत्सव परिसर में प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के ध्येय वाक्य "न्याय सबके लिए" की आकर्षक थीम पर एक विशेष विधिक साक्षरता स्टॉल स्थापित किया गया। यह स्टॉल आमजन को सरल भाषा में कानूनी जानकारी प्रदान करने का केंद्र बिंदु रहा। जिसमें नागरिकों को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) द्वारा संचालित बच्चों की समस्याओं से संबंधित व अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं, निःशुल्क विधिक सहायता प्राप्त करने की प्रक्रिया, मध्यस्थता, लोक अदालत, बाल अधिकार, वरिष्ठ नागरिक संरक्षण, घरेलू हिंसा से सुरक्षा, बाल विवाह निषेध, नशा मुक्ति आदि कानूनी विषयों के बारे में विस्तार से बताकर उनका मार्गदर्शन किया गया तथा आगंतुकों को कानूनी जानकारी युक्त पाॅमप्लेट, ब्रोशर एवं परामर्श पर्चे वितरित किए गए, जिससे वे घर जाकर भी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकें।प्राधिकरण द्वारा स्टॉल पर एक प्रतिक्रिया पुस्तिका (Feedback Register) भी उपलब्ध कराई गई थी। इसमें नागरिकों की सराहनीय एवं उत्साहजनक टिप्पणियाँ प्राप्त हुईं, जो विधिक जागरूकता के प्रति उनकी गहरी रुचि को दर्शाती है तथा इस बात की पुष्टि करती हैं कि प्राधिकरण का यह प्रयास अत्यंत सफल और प्रशंसनीय रहा।
"नुक्कड़ नाटक – बच्चों की समस्याओं पर सशक्त प्रस्तुति"
जागरूकता कार्यक्रम का सबसे प्रभावशाली हिस्सा प्रेरणादायी नुक्कड़ नाटक रहा, जिसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मध्यस्थता केन्द्र दुर्ग, जिला अधिवक्ता संघ दुर्ग के अधिवक्तागण एवं प्राधिकरण के पैरालीगल वॉलेंटियर्स द्वारा प्रस्तुत किया गया। जिला अधिवक्ता संघ के अधिवक्ताओं ने सामाजिक उत्तरदायित्व का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करते हुए स्वेच्छा से नाटक में भाग लेकर जनजागरण की दिशा में सराहनीय योगदान दिया। नाटक का केंद्र बिंदु बच्चों में बढ़ती मोबाइल की लत, नशे की प्रवृत्ति, बाल श्रम और बाल अपराध जैसी गंभीर सामाजिक समस्याएं थीं। नाटक के माध्यम से बच्चों को अच्छे संस्कार, शिक्षा एवं कानून की जानकारी का सशक्त संदेश दिया गया। दर्शकों ने कलाकारों की प्रस्तुति की भरपूर सराहना की। कई अभिभावकों ने समाज की इस गंभीर चुनौती पर ध्यान केंद्रित करने और अपने बच्चों को सही दिशा देने का संकल्प लिया।राज्योत्सव के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, दुर्ग के स्टॉल पर भारी भीड़ उमड़ी, जो आमजन में कानूनी जानकारी के प्रति बढ़ती रुचि को दर्शाता है। प्रतिदिन सैकड़ों नागरिकों ने स्टॉल का भ्रमण किया। लगभग 500 से अधिक लोगों को सीधे कानूनी विषयों पर परामर्श प्रदान किया गया। स्थानीय मीडिया द्वारा भी इस जन-कल्याणकारी प्रयास को व्यापक रूप से सराहा गया।इस सफल आयोजन ने आमजन में कानूनी अधिकारों के प्रति विश्वास को मजबूत किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, दुर्ग का यह प्रयास वास्तव में "जन जागरूकता की दिशा में एक प्रेरक और सराहनीय प्रयास" सिद्ध हुआ।