बेमेतरा - छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के संचारण-संधारण संभाग साजा के अंतर्गत ग्राम नवागांव कला में 2 करोड़ 26 लाख रुपये की लागत से नया 33/11 के.व्ही. विद्युत उपकेंद्र स्थापित किया गया। इस 5 एमवीए क्षमता के उपकेंद्र को 30 मार्च 2025 को ऊर्जीकृत कर उपभोक्ताओं की सेवा में समर्पित किया गया। इससे पाँच ग्रामों, नवागांव कला, जेवरा, मटिया, धरकपुर एवं कांपा के लगभग 1214 उपभोक्ताओं एवं किसानों को पर्याप्त वोल्टेज के साथ निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
उपभोक्ताओं को मिलेगा राहत
छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के मुख्य अभियंता संजय खंडेलवाल ने बताया कि कंपनी सभी उपभोक्ताओं को पर्याप्त वोल्टेज पर गुणवत्तापूर्ण और निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है। पूर्व में इन पाँचों ग्रामों की बिजली आपूर्ति 33/11 के.व्ही. खम्हरिया विद्युत उपकेंद्र से उमरांव नगर बस्ती फीडर एवं उमरांव नगर पंप फीडर से होती थी, लेकिन अधिक लोड और लंबी दूरी के कारण उपभोक्ताओं को असुविधा होती थी। गर्मी के मौसम में किसानों की सिंचाई आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बस्ती और पंप फीडर को अलग किया गया, जिससे उन्हें पर्याप्त वोल्टेज के साथ निर्बाध बिजली मिलेगी।
नवागांव कला उपकेंद्र में तीन नए फीडर बनाए गए हैं
11 के.व्ही. नवागांव कला बस्ती फीडर दृ 21 किलोमीटर लंबी इस लाइन से नवागांव कला, जेवरा एवं मटिया के उपभोक्ता लाभान्वित होंगे। नवागांव कला पंप फीडर-13 किलोमीटर लंबी इस लाइन से नवागांव कला, जेवरा एवं मटिया के किसानों को सिंचाई हेतु पर्याप्त बिजली मिलेगी। धरकपुर पंप फीडर-9 किलोमीटर लंबी इस लाइन से धरकपुर एवं कांपा के किसानों को लाभ मिलेगा।
खम्हरिया उपकेंद्र पर लोड में कमी
इस नए उपकेंद्र के चालू होने से खम्हरिया उपकेंद्र पर लोड कम हो गया है, जिससे फीडरों की लंबाई एवं लोड संतुलित होने से बिजली की आपूर्ति और भी सुचारू होगी। छोटे फीडरों के कारण विद्युत विभाग के कर्मचारियों को फॉल्ट खोजने एवं मरम्मत करने में भी आसानी होगी। मुख्य अभियंता खंडेलवाल ने निर्धारित समय में इस महत्वपूर्ण कार्य को पूरा करने के लिए अधीक्षण अभियंता सलिल कुमार खरे, कार्यपालन अभियंता मनीष शुक्ला, मोहम्मद जलालुद्दीन एवं पी.के. पलसोकर सहित पूरी टीम को बधाई दी।नए विद्युत उपकेंद्र के संचालन से ग्रामीण उपभोक्ताओं और किसानों को अब निर्बाध और उच्च गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति मिल सकेगी, जिससे उनकी कृषि और घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति आसान होगी।