धमधा के बोरसी पंचायत में एकतरफा कार्रवाही घोटाले करने वाले घूम रहे बेखौफ

त्वरित ख़बरें / दुर्ग संवाददाता

  दुर्ग / धमधा / ग्राम पंचायत बोरसी  के तत्कालीन सचिव निलंबित सनत महिपाल विभाग की एकतरफा कार्रवाई से आहत है  | उन्होंने बताया कि मार्च 2022 में उन्हें विभाग द्वारा निलंबित कर दिया गया था  | जून माह में विभाग के आरोप पत्र का जवाब भी दे दिया गया है किंतु आज तक बहाल नहीं किया गया सचिव ने बताया कि विभाग ने उन्हें सरपंच मंजू गजपाल की जानकारी के बिना फर्जी पद मुद्रा हस्ताक्षर से विभिन्न मदों  से बैंक से पैसे का आहरण गंभीर वित्तीय अनियमितता के आरोप में निलंबित किया है | इस पूरे मामले पर सरपंच की भी संलिप्तता है सरपंच और सरपंच पति के दबाव के कारण ही बिना प्रस्ताव के आहरण हुआ तथा सरपंच द्वारा फर्जी हस्ताक्षर पद मुद्रा का आरोप गलत है सरपंच ने स्वयं बैंक से पैसों का आहरण किया है | जिसका साक्ष्य  भी है | पंचायत के पूरे पंच भी सचिव के  पक्ष में है इसके बावजूद विभाग ने केवल सचिव  पर कार्यवाही किया भ्रष्टाचार के दोषी सरपंच पर कोई कार्यवाही नहीं किया गया  | दरअसल सचिव ने पहले ग्राम में अधूरे विकास कार्य अनियमितता  तथा सरपंच और सरपंच पति की मनमानी और मानसिक प्रताड़ना की शिकायत लिखित शिकायत धमधा  जनपद सीईओ सहित  कुम्हारी थाना, जिला पुलिस अधीक्षक जिला कलेक्टर को किया था इसके बाद भी उच्च अधिकारियों द्वारा मामलों को गंभीरता से नहीं लिया गया सचिव पर एकतरफा कार्यवाही हुई और सरपंच पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई जिसकी वजह से सचिव मानसिक रूप से परेशान है | सचिव सनत महिपाल द्वारा मिली जानकारी के अनुसार रोजगार सहायक मनमोहन राजा नाम का एक व्यक्ति जो सरपंच का रिश्तेदार बताया जा रहा है | और सरपंच का देवर राकेश इन सब के द्वारा मिलकर सचिव सनत महिपाल को पहले तो मारा गया फिर जान से मारने की धमकी भी दी गई यह सब घटना की जानकारी कुम्हारी थाना में दर्ज किया गया | टीआई और एसपी के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई कलेक्टर महोदय  से सादर निवेदन है कि घोर लापरवाही करने वाले को सरपंच को पद मुक्त किया जाए |