प्रभारी सचिव हिमशिखर गुप्ता ने पीव्हीटीजी वनधन केन्द्र केशोडार का किया निरीक्षण...

त्वरित ख़बरें - सत्यभामा दुर्गा रिपोर्टिंग

महिला समूहों द्वारा बनाये जा रहे वन औषधियों का किया अवलोकन...

गरियाबंद |  जिले के प्रभारी सचिव हिमशिखर गुप्ता एक दिवसीय गरियाबंद प्रवास के दौरान आज गरियाबंद वनमण्डल अंतर्गत ग्राम केशोडार में स्थापित पीव्हीटीजी वनधन केन्द्र केशोडार का निरीक्षण किया। उन्होंने केशोडार में स्थापित वनौषधि प्रसंस्करण केन्द्र का अवलोकन करते हुए महिला समूह द्वारा किये जा रहे विभिन्न प्रकार की औषधियों का जायजा लिया। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी लक्ष्मण सिंह ने बताया कि वनधन विकास केन्द्र केशोडार में भूतेश्वरनाथ हर्बल औषधालय स्वसहायता समूह के 12 सदस्यों के अतिरिक्त 40-50 महिलाओं को सालभर रोजगार प्राप्त हो रहा है। यहां पर 21 प्रकार से अधिक औषधियों का निर्माण किया जाता है। प्रभारी सचिव गुप्ता ने महिलाओं द्वारा वनौषधि निर्माण करते हुए देखा एवं समूह के सदस्यों के साथ चर्चा भी की। इस दौरान उन्होंने समूह के सदस्यों से गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। साथ ही वन औषधी प्रसंस्करण एवं इनसे निर्मित दवाईयों से होने वाले आय के बारे में भी पूछा। समूह के सदस्यो के द्वारा अवगत कराया गया कि उनके स्वयं के ग्राम में वनौषधि प्रसंस्करण केन्द्र स्थापित होने से समूह को रोजगार की तलाश में कहीं जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। समूह के सदस्यो को सालभर प्रसंस्करण केन्द्र में रोजगार प्राप्त होते रहता है। समूह के द्वारा वर्ष 2024-25 में वनधन विकास केन्द्र के द्वारा लगभग 90 लाख 60 हजार रूपये के उत्पाद का विक्रय किया गया है। जिसमें आयुष विभाग द्वारा आर्डर किये गये 56 लाख रूपये के सतावरी चूर्ण भी शामिल है। वर्तमान में आयुष विभाग से महाविषगर्भ तेल की आर्डर प्राप्त है, जो कि लगभग 56 लाख 17 हजार रूपये राशि की है। इसका निर्माण कर सप्लाई की जा रही है। समूह के द्वारा किए जा रहे वनोषधी प्रसंस्करण अंतर्गत हो रहे लाभ से प्रभारी सचिव ने प्रसन्नता जाहिर की। साथ ही वनोषधि उत्पादन को लगातार बढ़ाते हुए अपनी आय में भी वृद्धि करने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक  निखिल राखेचा, सीईओ जिला पंचायत जी.आर मरकाम, अपर कलेक्टर नवीन भगत, उप वनमण्डलाधिकारी मनोज चन्द्राकर सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।